खुशनसीब हैं आप अगर दोस्त हैं आपके साथ
दोस्ती एक बहुत ही खूबसूरत रिश्ता है | कहते हैं की हम अपने रिश्तेदारों को नहीं चुन सकते ,लेकिन दोस्तों को चुनने का हक हर इंसान के पास होता है | दोस्ती एक बड़ा ही अजीब सा रिश्ता है, जिसमें किसी प्रकार का पर्दा नहीं होता | दोस्त ज़िन्दगी के सफर में मिलने वाले वे लोग हैं जिनके साथ हम हर तरह की भावनाएं शेयर करते हैं | हम दोस्तों के सामने रोने से भी नहीं शर्माते, शायद उनके साथ हम भूल जाते हैं की हम रोते हुए कितने बुरे लग रहे हैं |
ठहाके मार के हसना, धाड़े मारकर रोना, अपनी लव लाइफ के बारे में बात करना, गलत आदतों को सीखना, अपनी गलतियाँ मानना हो या फिर अपने गहरे राज़ का इज़हार करना हो, ये सभी बातें दोस्तों की महफिलों का एक हिस्सा हैं | गंभीर परेशानियों के बारे में हम अपने दोस्तों को ही सबसे पहले बताते हैं |
दोस्तों का हमारी जिंदगी में एक अलग ही महत्व है | शायद ही कोई इंसान ऐसा हो जिसने कभी भी कोई दोस्त न बनाया हो | जिंदगी के सफर के हर पड़ाव में हमें बहुत से लोग मिलते हैं और इन्हीं लोगों में से कुछ चुनिंदा हमारे सफर का हिस्सा बन जाते हैं | क्योंकी ये लोग औरों से अलग होते हैं इसलिए ये दोस्त कहलाते हैं |
दोस्ती और दोस्तों का जीवन में होना हर किसी के लिए ज़रूरी है | चलिए जानते हैं दोस्ती को थोड़ा करीब से और बात करते हैं दोस्तों की अहमियत की |
गलत आदतें छुड़वाते हैं दोस्त
यह कहना गलत नहीं होगा की दोस्तों के चक्कर में ही लोग गलत आदतें सीखते हैं | “अरे, अब और कितना पिएगा, तू बॉस के सामने थोड़ी कम बक बक किया कर, तू पीकर गाड़ी मत चलाया कर” लेकिन ऐसे शब्द भी एक अच्छे दोस्त के मुँह से ही आते हैं | क्योंकी आपके परिवार वालों को आपकी इन आदतों की खबर नहीं होती |
अकेलेपन के साथी हैं दोस्त
कितनी बार ऐसा होता है की आप अकेला महसूस कर रहे हैं और आपने अपना फोन किसी दोस्त से बात करने के लिए उठाया हो | अकेलेपन में दोस्तों से बात करना इसलिए अच्छा लगता है क्योंकी दोस्त हमारी उम्र के ही होते हैं और शायद इसलिए वे हमें बेहतर समझ पाते हैं |
मुसीबत में बचाते हैं दोस्त
जब आप घर और घरवालों से दूर होते हैं तो, अनजाने शहर में दोस्त ही बुरे वक्त में काम आते हैं | चाहे फिर महीने के आखिर में कुछ उधार लेना हो, बुखार में डॉक्टर के पास लेकर जाना हो, पुलिस के चालान करने पर पैसों का इंतज़ाम करना हो, ड्रिंक करने के बाद बियर बार से सही सलामत वापस लाना हो और भी बहुत कुछ |
मुश्किलों से बाहर निकालते हैं दोस्त
“नहीं अंकल ये हमारे साथ ही थी, “सर, इसकी दादी की तबियत खराब थी इसलिए काम नहीं कर पाया”। ऐसे कई झूठ आपके लिए दोस्त ही बोल सकते हैं |
दोस्तों की अहमियत की व्याख्या करना आसान नहीं है, क्योंकी हर बात को ज़ाहिर किया जाए यह ज़रूरी नहीं | दोस्तों का जिंदगी में होना एक सुख की तरह है, जिसे कोई भी खोना नहीं चाहेगा | कुछ लड़ाकू, कुछ दयालू, कुछ आपको बिगाड़ने की ठाने बैठे हैं, कुछ हमेशा ज्ञान बाँटते हैं, कुछ बस आपको सुनते हैं और कुछ कमाल की राय देते हैं ऐसे ही न जाने कितने दोस्त हैं जिनकी आदतें शायद अजीब ही क्यों न हो लेकिन वे फिर भी हमारे दोस्त हैं | याद रखिए हर एक फ्रेंड ज़रूरी होता है, इसलिए दोस्तों से मुँह कभी मत मोड़िए | अगर हो गई हो किसी दोस्त से लड़ाई तो क्यों न बात को सुलझाया जाए |
कॉलेज और स्कूल की उन यादों को फिर से ताज़ा करो, एक बार फिर दोस्तों को याद करो #BaatTohKaro